Earn Money Online - Hindi



ये बात तो हम सभी समझ ही हैं कि विभिन्न कम्पनियां ज्यादा से ज्यादा तरक्की करना चाहती हैं। लेकिन विभिन्न कम्पनियां केवल उसी स्थिति में ज्‍यादा से ज्‍यादा तरक्‍की कर सकती हैं, जबकि उनके द्वारा बनाया जाने वाला Product Market में ज्‍यादा से ज्‍यादा बिके और ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग किसी कम्‍पनी के Product को केवल उसी स्थिति में खरीद सकते हैं, जबकि उस कम्‍पनी के Products के बारे में ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को जानकारी हो, क्‍योंकि जब तक लोग किसी चीज के बारे में जानेंगे नहीं तब तक वे उसे खरीद कैसे सकते हैं और जब तक लोग किसी चीज को खरीदेंगे नहीं, तब तक उस चीज को बनाने वाली कम्‍पनी तरक्‍की कैसे कर सकती है।इसलिए विभिन्‍न कम्‍पनियां अपने Products के बारे में ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को बताने के लिए विभिन्‍न प्रकार के Advertisement करती हैं और अपने Products की Advertising करने के लिए वे ऐसे Distribution माध्‍यमों को चुनती हैं, जिन्‍हें ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग उपयोग में लेते हैं। वे अपने Product की Advertising करने के लिए TV, Radio, News Papers, Banners, आदि माध्‍यमों को उपयोग में लेती हैं और उन्‍हीं Distribution Mediums में से एक माध्‍यम Internet है।आप सोचेंगे कि विभिन्‍न कम्‍पनियों के Products का Internet से क्‍या लेना-देना है, तो हम आपको बता दें कि एक Survey के अनुसार ये पता चला है कि इस दुनियां में सोने और कमाने के बाद इन्‍सान टी वी देखने और Internet Surfing करने में अपना समय सबसे ज्‍यादा व्‍यतीत करता है।इसका मतलब ये हुआ कि Internet Surfing दुनियां का चौथा सबसे ज्‍यादा किया जाने वाला काम है और यदि हम दूसरे नजरिए से देखें तो Internet ही एक एेसा स्‍थान है, जहां किसी भी समय दुनियां के सबसे ज्‍यादा लोग एक साथ एक जगह पर इकट्ठे होते हैं। Internet के अलावा किसी भी अन्‍य जगह पर करोडों लोग एक साथ एक ही समय पर उपलब्‍ध नहीं होते। यानी Internet ही वह जगह है, जहां हर समय करोडों लोगों की भीड होती है। इसलिए विभिन्‍न कम्‍पनियां अपने Products की Advertising करने के लिए TV, Radio, News Papers, Banners के साथ ही Internet को भी Advertising Medium के रूप में उपयोग में लेती हैं।विभिन्‍न कम्‍पनियां अपने Product की Advertising करने के लिए करोडों डॉलर का खर्चा करती हैं। यदि हम कहें कि दुनियां का सबसे ज्‍यादा पैसा केवल Advertisement पर खर्च होता है, तो गलत नहीं होगा। अपने Product की Advertisement के बदले में ये कम्‍पनियां उन लोगों को काफी पैसा देती हैं, जो इनके Products की Advertising करने के लिए माध्‍यम का काम करते हैं।उदाहरण के लिए जब ये कम्‍पनियां टी वी पर अपने Product की Advertising करती हैं, तब TV Channels के मालिक इन्‍हें हर Second की Ad के लिए लाखों रूपया चार्ज करते हैं। इसी तरह से जब ये कम्‍पनियां अपने Product की Advertising Radio या News Papers में करती हैं, तो ब‍दले में इन्‍हें Radio Channel या News Paper मालिकों को पैसा देना पडता है। इसी तरह से जब ये कम्‍पनियां अपने Product की Advertising रोड के आस-पास, सिनेमा हॉल के आस-पास या एेसे ही किसी Public Places पर करती हैं, तब इन्‍हें नगर पालिका या नगर निगम वालों को पैसा देना पडता है। यानी सारांश में कहें तो ये कम्‍पनियां किसी भी जगह पर किसी भी तरीके से Advertisement करने के बदले में किसी ना किसी को पैसा जरूर देती हैं।TV Channels, Radio Stations, News Papers जैसे बडे माध्‍यमों तक तो एक आम आदमी की पहुंच नहीं है, लेकिन Internet एक एेसा माध्‍यम है, जहां पर एक आम आदमी की ही सबसे ज्‍यादा पहुंच है क्‍योंकि सबसे ज्‍यादा आम आदमी Internet पर ही उपलब्‍ध होते हैं और कम्‍पनियां अपने Products की Advertising आम आदमी के लिए ही करती हैं। इसलिए ये कम्‍पनियां उन लोगों को भी Directly या Indirectly पैसा देना पसन्‍द करती हैं, जो इनके Products की Direct या Indirect तरीके से Advertising करते हैं। बस यहीं से हमारा काम चालू होता है। हम इन कम्‍पनियों के Products की किसी ना किसी तरीके से Advertising करते हैं और बदले में हमें इन कम्‍पनियों से कुछ ना कुछ Commission प्राप्‍त होता है, जिसे हम Online Income या Online Earning के नाम से जानते हैं।Internet द्वारा पैसा कमाना आसान भी नहीं है और ना ही इतना मुश्किल कि उसे हम जैसे लोग ना कर सकें। इस काम में भी हमें काफी मेहनत करनी पडती है लेकिन जैसे-जैसे हमें काम करने का तरीका समझ में आता जाता है, हमारा काम आसान होता जाता है। शर्त ये है कि हमें इसे मजाक के रूप में नहीं बल्कि एक गंभीर व्‍यवसाय के रूप में लें और जिस तरह से किसी भी नए व्‍यवसाय में हमें समय देना पडता है, उसी तरह हमें इस व्‍यवसाय में भी कुछ समय दें। अगर आपके पास एक Computer, Internet Connection, Bank Account व PAN Card है, तो आप इस काम को Join कर सकते हैं और बिना अपने घर से बाहर निकले हुए भी पर्याप्‍त पैसा कमा सकते हैं।














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Any topic before Selecting Internet Surfing psychology Understand the psychology of people to have. This means you will have to read the Minds of Internet Surfers and they have to Understand Why People were then internet, Why?

"If so many people's Internet requires a Soncha Ever what?"

In Every Human Being, and then treat the other diseases were incurable disease, Which O Did Everything Every- two.  Treatment of the Disease All people talk to each OTHER, Make Friends, relationship-Being and make connections, watch TV, listen radio, News paper Reed & internet surfing and All These People Spend Money Di- and Indirektly asdf. 

"Though you want what you were Knov this incurable disease?"

इस लाईलाज बीमारी का नाम है जिज्ञासा यानी जानने की इच्‍छा और इस इच्‍छा को पूरा करने के लिए ही इन्‍सान लोगों से बात करता है, सम्‍बंध बनाता है, टी वी देखता है, रेडियो सुनता है और Internet पर Surfing करता है।

इन्‍सानों की ये विशेषता होती है कि वे जब तक किसी चीज के बारे में जानते नहीं है, तब तक उसकी परवाह नहीं करते, लेकिन जब एक बार वे किसी चीज के बारे में देख या सुन लेते हैं, तो उस चीज को वे जब तक पूरी तरह से समझ नहीं लेते तब तक उनके दिमाग में खलबली मची रहती है और अपने दिमाग की इस उथल-पुथल को शान्‍त करने के लिए ही ज्‍यादातर लोग Internet Surfing करते हैं, क्‍योंकि वे कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं, उन्‍हें किसी ना किसी जानकारी की तलाश है। चलिए, इसी बात को एक उदाहरण द्वारा समझते हैं।

अगर आप Internet पर Surfing करते हैं, तो आप सबसे ज्‍यादा बार कौनसी Website Open करते हैं? कभी ध्‍यान नहीं दिया? तो हम बताते हैं आपको। कोई भी Internet Surfer यदि सबसे ज्‍यादा बार कोई Website Open करता है, तो वह कोई ना कोई Search Engine जैसे किGoogle, Bing, MSN, AOL, Ask आदि होता है।

आप सबसे ज्‍यादा बार इन्‍हीं Websites को क्‍यों Open करते हैं?

इसलिए, क्‍योंकि आपको किसी ना किसी विषय में कोई ना कोई जानकारी चाहिए होती है और ये Search Engines आपको आपकी वांछित जानकारी तक पहुंचाने का काम करते हैं। जब भी आपको किसी विषय की जानकारी चाहिए होती है, आप इन Search Engines के Search Box में अपने विषय से सम्‍बंधित कुछKeywordsयानी शब्‍द लिखते हैं और ये Search Engines उन Keywords से सम्‍बंधित Websites की List आपके सामने Display करते हैं। बस, जो आप कर रहे हैं वो ही लोग करते हैं और जिसके लिए आप कर रहे हैं उसी के लिए लोग करते हैं, यानी सभी लोग किसी ना किसी चीज के बारे में जानकारी प्राप्‍त करने के लिए ही Internet का प्रयोग करते हैं।पूरे Discussion को सरल शब्‍दों में कहें तो सभी लोगों को कोई ना कोई परेशानी है और उस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए उन्‍हें किसी ना किसी चीज या विषय के बारे में जानने की इच्‍छा है। उस चीज या विषय को जानने के लिए सभी लोग विभिन्‍न प्रकार के माध्‍यम जैसे कि आपसी सम्‍बंध, दोस्‍त, रिस्‍तेदार, टी वी चेनल्‍स्, रेडियो, अखबार आदि का प्रयोग करते हैं और जब लोगों की जिज्ञासा इन सभी माध्‍यमों से पूरी तरह से शान्‍त नहीं हो पाती, तब लोग Internet पर आते हैं और Surfing करके अपनी जिज्ञासा को शान्‍त करने की कोशिश करते हैं।सारांश ये कि लोग आपके बारे में या आपकी समस्‍याओं के बारे में जानने के लिएInternet Surfingनहीं करते हैं, बल्कि उनकी खुद की कुछ समस्‍याएं हैं, जिनके समाधान प्राप्‍त करने के लिए वे Internet Surfing करते हैं। इसलिए आप अपने Blog में अपने बारे में नहीं बल्कि उस चीज, उस विषय या उस समस्‍या के बारे में लिखें, जिसकी लोगों को जरूरत है और केवल समस्‍या ही नहीं लिखें, बल्कि उस समस्‍या का समाधान भी बताएं। साथ ही आप इस बात का भी ध्‍यान रखें कि आप जिस विषय पर लिख रहे हैं, उसके बारे में पूरी जानकारी दें, ताकि एक Internet Surfer को आपके Blog पर आने के बाद किसी और Blog/Website पर जाने की जरूरत ही ना रहे।जब आप लोगों को पूरी, विस्‍त़त व बिल्‍कुल सही जानकारी देंगे, तो लोग बार-बार आपके Blog पर आएंगे और जितने ज्‍यादाRepeat Surferआपके Blog पर आएंगे, लोग आप पर और आपके द्वारा दी जाने वाली जानकारियों पर उतना ही ज्‍यादा विश्‍वास करेंगे और जब लोग आप पर विश्‍वास करने लगेंगे, तब वे वो सबकुछ करेंगे, जो आप कहेंगे। आप उन्‍हें यदि कोई चीज बेचना चाहेंगे, तो वे खरीदेंगे। आप उनसे किसी जानकारी के बदले में Donation लेना चाहेंगे, तो वे आपको Donation देंगे। यानी वे सभी लोग वो सबकुछ करेंगे, जो आप चाहेंगे।अब आपको ये तय करना है कि लोग आखिर किस विषय पर जानकारी प्राप्‍त करना चाहते हैं और लोग जिस विषय पर जानकारी प्राप्‍त करना चाहते हैं, उसी विषय पर लिखना शुरू कीजिए। लेकिन आपको कैसे पता चलेगा कि लोगों को किस तरह की जानकारी की जरूरत है? अच्‍छा सवाल है, लेकिन इस सवाल का जवाब भी हम आपको Indirect तरीके से ही दे सकते हैं।ज्‍यादातर लोग ये कहते हैं कि आपको उन विषयों को लिखने के लिए चुनना चाहिए, जिन्‍हें बहुत ज्‍यादा लोग खोजते हों और जिन पर बहुत कम Websites उपलब्‍ध हों। लेकिन हम इसका उल्‍टा कहते हैं। इस दुनियां में एेसी कोई जानकारी नहीं है, जिसके सम्‍बंध में Internet पर कोई Website उपलब्‍ध ना हो और बहुत ज्‍यादा लोग उन जानकारियों को Search कर रहे हों।आप किसी भी Search Engine जैसे कि Google, Yahoo को Open कीजिए और उसके Search Text Box में कोई भी शब्‍द Type करके उस शब्‍द से सम्‍बंधित Websites को Search कीजिए। आपके सामने सैकडों नहीं लाखों Websites आ जाएंगी। इसका मतलब ये हुआ कि आप कभी कोई ऐसा विषय तय नहीं कर सकते, जिस पर पहले से कोई Website उपलब्‍ध ना हो, जिस पर पहले किसी ने ना लिखा हो और उस विषय की जरूरत बहुत सारे लोगों को हो।अपने Blog पर लिखने के लिए ऐसा विषय खोजने की कोशिश मत कीजिए, जिसके बारे में बहुत सारे लोगों को जानकारी चाहिए, बल्कि ऐसा विषय खोजने की कोशिश कीजिए, जिसके बारे में आप सबसे बेहतर जानकारी दे सकते हैं।यानी ये मत सोंचिए कि लोगों को किस विषय की जानकारी की सबसे ज्‍यादा जरूरत है बल्कि ये सोंचिए कि आप लोगों को सबसे बेहतर जानकारी किस विषय में दे सकते हैं। लोगों को तो सभी तरह की जानकारियों की जरूरत है और करोडों लोग करोडों तरह की जानकारियां प्राप्‍त करना चाहते हैं, इसलिए आप किसी भी विषय पर लिखें, उस विषय से सम्‍बंधित जानकारी चाहने वाले भी लाखों लोग हैं।इस दुनियां के हर इन्‍सान में कोई ना कोई विशेषता है। आप में भी होगी। कोई ना कोई ऐसा काम होगा, जिसे आप बहुत अच्‍छी तरह से कर सकते हैं। बस अपनी उस विशेषता को पहचानिए और उसी पर लिखना शुरू कीजिए।अगर आप वकील है, तो वकालत के बारे में लिखिए। अगर आप Photographer हैं, तो Photography के बारे में लिखिए। अगर आपको राजनीजि के बारे में बात करने का शोक है, तो राजनीति पर लिखिए। यानी उस विषय को चुनिए, जिसके बारे में आप बेहतर तरीके से जानते हैं। अगर आपको कहानियां गढना आता है, तो अपनी भावनाओं को कहानियों के रूप में लिखिए। अगर आपको चुटकुले बनाना आता है, तो अपने चुटकुलों को अपने Blog पर लिखिए। यानी आप अपने अन्‍दर की उस विशेषता को पहचानिए, अपनी उस Hobby का पता लगाईए, जिसे पूरा करने में आपको सबसे ज्‍यादा मजा आता है।अगर आपको हर फिल्‍म देखने का व उनके बारे में बात करने का शोक है, तो अपने Blog पर हर फिल्‍म के बारे में विस्‍तार से अपने Comment कीजिए। फिल्‍में बनते व बनाते समय होने वाली विभिन्‍न प्रकार की उन घटनाओं का पता लगाईए, जिसके बारे में लोग नहीं जानते और उन घटनाओं को अपने Blog पर लिखिए। आप विभिन्‍न Actors के जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में लिखिए।केवल Actors ही नहीं, बल्कि हर उस व्‍यक्ति के बारे में लिखिए, जो कि विशेष है या जिसने कोई ना कोई विशेष काम किया है। लोग विशेष लोगों के बारे में जानने के लिए हमेंशा उत्‍सुक रहते हैं, इसीलिए यदि आप इन विषयों पर लिखते हैं, तो आपके Blog पर काफी लोग आ सकते हैं, जो कि आपको Directly या Indirectly कुछ ना कुछ Income तो देते ही हैं।अगर आपको Cricket का शोक है, तो क्रिकेट से सम्‍बंधित उन विभिन्‍न Records व घटनाओं के बारे में अपने Blog पर बताईए, जिसके बारे में लोग नहीं जानते। विभिन्‍न Cricketers की जिन्‍दगी के बारे में जानिए और उनके जीवने के Amazing Moments को अपने Blog का हिस्‍सा बनाईए। बहुत सारे लोग आपके Blog पर आऐंगे। क्‍योंकि फिल्‍में व क्रि‍केट जैसे विषयों के बारे में जानने में लोगों को बहुत मजा आता है और इसी मजे को पाने के लिए लोग पैसा भी खर्च करते हैं।यानी आपको जिस काम को करने में सबसे ज्‍यादा मजा आता है और आप जिस काम को बिना ऊबे हुए जुनून के साथ लम्‍बे समय तक कर सकते हैं, आप अपने Blog में उसी काम के बारे में लिखिए क्‍योंकि वही वह विषय है, जिसके बारे में आप सबसे बेहतर जानते हैं और सबसे बेहतर तरीके से लिख सकते हैं।चलिए, अब आपको पता है कि आपको किस विषय पर अपने Blog में लिखना चाहिए। यानी आपने वो विषय चुन लिया है, जिस पर आप लिखना चाहते हैं। अब आपको ये तय करना है कि आप किसके‍ लिए लिखना चाहते हैं यानी आपकाTargeted Trafficकौनसा है।दूसरे शब्‍दों में कहें तो आप किसको Target करके लिखेंगे ताकि ज्‍यादा से ज्‍यादा Targeted Traffic आपको प्राप्‍त हो सके। आपके Blog पर आपके द्वारा दी जाने वाली जानकारी जिन लोगों के लिए उपयोगी हो सकती है वे लोग आपका Targeted Traffic कहलाते हैं।उदाहरण के लिए यदि आप वकील हैं और अपने Blog पर वकालत से सम्‍बंधित जानकारियां देते हैं, तो वे सभी लोग आपके Blog को पढने के लिए आ सकते हैं, जिन्‍हें किसी ना किसी तरह की कानून सम्‍बंधित समस्‍या है और जिन लोगों को कानून से सम्‍बंधित किसी तरह की समस्‍या है, वे लोग आपका Targeted Traffic हैं।आपके Targeted Traffic का आपके Blog के विषय से भी गहरा सम्‍बंध होता है। इसलिए आपको ये भी तय करना होगा कि आप जिस विषय पर लोगों को जानकारी देना चाहते हैं, उस विषय से सम्‍बंधित जानकारी चाहने वाले लोग किस स्थिति में आपके Blog पर दी जाने वाली जानकारी को खरीदना पसन्‍द कर सकते हैं।अगर आप ऐसे लोगों को Target करके लिखते हैं, जो कि आपकी किसी जानकारी को खरीदने में Interested हो सकते हैं, तो आपके लिएOnline Incomeकरने का ये एक और बेहतर Option होता है, जिसमें आप अपने Targeted Traffic को किसी विषय से सम्‍बंधित पूरी जानकारी देने के बदले में उन्‍हें अपने किसी Information Product को खरीदने के लिए कह सकते हैं।लेकिन यदि आप उन लोगों के लिए लिख रहे हैं, जो कि किसी भी Information Product को खरीदने में Interested नहीं हो सकते, तब भी आपको चिन्‍ता करने की कोई जरूरत नहीं है। Internet पर कई ऐसे Advertisement उपलब्‍ध हैं, जिन्‍हें अपने Blog पर जगह देकर आप Indirect तरीके से Income कर सकते हैं।जब हम Targeted Traffic की बात करते हैं, तब आपको ये भी सोचना होता है कि आप अपने Blog पर जिन लोगों को Target करके लिख रहे हैं, वे लोग किस भाषा में जानकारी चाहते हैं। यानी यदि आप भारत के हिन्‍दी भाषी लोगों के लिए लिख रहे हैं, तो आपको हिन्‍दी भाषा में लिखना होगा। लेकिन यदि आप हिन्‍दी भाषा में अपने Blog पर लिखते हैं, तो फिर पर्याप्‍तOnline Incomeउसी स्थिति में हो सकती है, जब आप कोई Online Information Product Sell करते हों और आपका Targeted Traffic उस Online Information Product को खरीदने में भी Interested हो। क्‍योंकि ज्‍यादातर Online Advertisement करने वाली कम्‍पनियां हिन्‍दी भाषा और भारतीय लोगों के लिए अपने Products की Advertising नहीं करती हैं।ज्‍यादातर कम्‍पनियां भारतीय लोगों के लिए अपने Products की Advertising इसलिए नहीं करती हैं, क्‍योंकि आज भी भारतीय लोग Online खरीदारी नहीं करते हैं और आने वाले लम्‍बे समय तक कर भी नहीं सकते। अब आप पूछेंगे कि क्‍यों नहीं कर सकते? कुछ ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से भारतीय लोग Online खरीदारी नहीं कर सकते।सबसे पहला कारण ये है कि आज भी भारत के केवल लगभग 5 करोड लोग ही Internet का इस्‍तेमाल करते हैं और उनमें भी मुश्किल से 1 करोड लोग ही Internet को गंभीरता से समझते हुए इसका इस्‍तेमाल करते हैं। बाकी के लोग तो केवल Mail Check करने या Mail Receive करने से सम्‍बंधित जानकारियों तक ही सीमित हैं।ज्‍यादातर भारतीय लोग तो Internet का इस्‍तेमाल केवलOnline Songs, Movies, Wallpapers, ScreensaverPirated Software को Download करने के लिए ही करते हैं। यानी पहली बात तो यही है कि ज्‍यादातर भारतीय Internet Surfers तो E-Commerce के बारे में जानते ही नहीं हैं और जो लोग जानते हैं, वे लोग Online खरीदारी करने में डरते हैं।अब चूंकि ज्‍यादातर भारतीय लोगों के लिए Online खरीदारी करना आज भी एक टेढी खीर है, इसलिए विभिन्‍न कम्‍पनियां भारतीय भाषाओं में बनी Websites/Blogs पर अपने Products की Advertising करना तब तक पसन्‍द नहीं करतीं, जब तक कि उन Websites/Blogs पर लाखों लोग ना आते हों। इसलिए इन Companies के Products की महंगी Advertising तो आपको अपने Blog पर मिलेगी नहीं और जब इन Advertising Companies के Products की महंगी Advertising आपको अपने Blog पर प्राप्‍त नहीं होगी, तब तक आपको Indirect तरीके से प्राप्‍त होने वाली Online Income काफी कम प्राप्‍त होगी।आप खुद ही सोंचिए, जिस जगह पर रखी गई चीज बिकने की सम्‍भावना ही ना हो, वहां पर चीज रखने के लिए कम्‍पनियां पैसा खर्च क्‍यों‍ करेंगी। इसलिए विभिन्‍न कम्‍पनियां भी अपने Products की Advertising उसी Blog/Website पर करना पसन्‍द करती हैं, जहां पर आने वाले लोग उनके Products को खरीदने में सक्षम हों और ऐसा केवल विकसित देशों यानी विदेशों में होता है। इसलिए ज्‍यादातर कम्‍पनियां उन लोगों के Blog या Website पर अपने Advertisements देती हैं, जो विदेशी भाषाओं में व विकसित देशों के लोगों के लिए लिखते हैं।यदि सारांश के रूप में कहें तो हम तो आपसे यही कहेंगे कि यदि आप विभिन्‍न कम्‍पनियों के Products की Advertisement करकेOnline Incomeकरना चाहते हैं, तो हिन्‍दी भाषा को भूल जाईए। Internet Advertisement की दुनियां में हिन्‍दी का कोई महत्‍व नहीं है। लेकिन यदि आप हिन्‍दी में ही लिखना चाहते हैं, तो समझ लीजिए कि आप बहुत ही छोटे Area में कमाने की कोशिश कर रहे हैं, क्‍योंकि हिन्‍दी केवल भारत में ही चलती है और यदि हम सही शब्‍दों में कहें तो भारत में भी केवल उत्‍तर भारत के कुछ ही राज्‍यों में हिन्‍दी भाषा का प्रयोग किया जाता है।यानी हमारे देश में ही हिन्‍दी भाषा को केवल 30% लोग ही उपयोग में लेते हैं, तो बाकी के देशों में लोग हिन्‍दी उपयोग में लेते होंगे, ये बात तो सोंचना ही बेवकूफी है और जब हिन्‍दी भाषा को इतने कम लोग उपयोग में लेते हैं, तो फिर सोंचिए कि अगर आप हिन्‍दी भाषा में Blogging करते हैं, तो आपके Blog पर कितने लोग आऐंगे, आपके Product को कितने लोग खरीदेंगे और आपको कितनी Online Income होगी क्‍योंकि यदि आप हिन्‍दी भाषा में लिखेंगे तो आपको विभिन्‍न कम्‍पनियों के महंगे Advertisement तो मिलेंगे नहीं और जब आपको महंगे Advertisement नहीं मिलेंगे तो दूसरा तरीका यही है कि आप अपने Blog के Through कोई ना कोई Product Sell करें, फिर चाहे वह कोईPhysical Productहो याInformation Productऔर जैसाकि हमने पहले कहा कि भारतीय लोग आज भी Online खरीदारी या तो करते नहीं है या बहुत कम करते हैं, इसलिए आपके Online Income प्राप्‍त करने की एक सीमा बन जाएगी, जो कि आपके लिए पर्याप्‍त नहीं होगी।ऐसा नहीं है कि हिन्‍दी भाषा में Blogging करने पर आपको Online Income नहीं होगी और ऐसा भी नहीं है कि आपको हिन्‍दी Blog पर Advertisement नहीं मिलेगी। कई एेसी Companies हैं, जो हिन्‍दी Blog पर भी अपने Products की Advertising करती हैं और अब तोGoogle AdSenseकी Ads भीHindi Blog/Websitesके लिए उपलब्‍ध है। लेकिनHindi Bloggingमें आपकी Online Income सीमित ही रहेगी। क्‍योंकि हिन्‍दी Blog पर केवल भारतीय कम्‍‍पनियां ही Advertisement देंगी और भारतीय कम्‍पनियां आपको आपका Commission रूपयों में Pay करेंगी, जबकि यदि आपके Blog पर विदेशी कम्‍पनियां अपने Products की Advertisement देती हैं, तो वे आपको Dollars में Pay करेंगी।आप ही सोंचिए कि यदि आपको आपके Blog पर एक रूपए की भारतीय Advertising मिलती है तो वहीं आपको आपके Blog पर $1 यानी एक डॉलर की विदेशी Advertising मिल सकती है, जो कि भारत के लगभग 60 रूपयों के बराबर होती है। अब आप ही सोंचिए कि आपको भारतीय Advertising चाहिए या विदेशी।यदि आप हिन्‍दी में Blogging करना चाहते हैं, तो आपको एक रूपये से सन्‍तुष्‍ट होना होगा लेकिन य‍दि आप विदेशी Advertising चाहते हैं, तो आपको हिन्‍दी Blogging को छोडना होगा। आप स्‍वयं ही तय कीजिए कि आप किस भाषा में और किन लोगों के लिए Advertising करना चाहते हैं ? भारतीय भाषा में भारतीय लोगों के लिए या विदेशी भाषा में विदेशी लोगों के लिए।चलिए, अब आप जानते हैं कि हिन्‍दी भाषा के Blog से आप ज्‍यादा Income नहीं कर सकते, तो फिर अब आप कौनसी भाषा में Blogging करेंगे? जाहिर सी बात है कि आपको English भाषा को अपनाना होगा। यदि हम Internet इस्‍तेमाल करने वाले लोगों की बात करें, तो सबसे ज्‍यादा चीनी लोग Internet का इस्‍तेमाल करते हैं। चीन के बाद जापान के लोग और तीसरे स्‍थान पर भारत के लोग आते हैं। यानी यदि Internet का इस्‍तेमाल करने वाले तीसरे सबसे ज्‍यादा लोगों की बात करें, तो वे भारतीय लोग हैं, लेकिन जब हम भाषा की बात करते हैं तब Internet की दुनियां में 30% लोग English Use करते हैं, 19% लोग Chinese Use करते हैं और 36% लोग Spanish, Japanese, French, German, Arabic, Portuguese, Korean व Italian Language Use करते हैं। बाकी के बचे हुए 15% लोग दुनियां की बाकी बची हुई सभी अन्‍य भाषाओं को उपयोग में लेते हैं। इसलिए Hindi Blogging से पैसा बनाना तो मुश्किल है।English ही एक ऐसी भाषा है, जिसे लगभग सारी दुनियां के लोग समझते हैं। English Language की एक दूसरी विशेषता ये भी है कि इसे Google के Language Translator का प्रयोग करके कई अन्‍य English Related Languages में Convert किया जा सकता है, इसलिए English Blogging से केवल 30% Internet Users ही Cover नहीं होते, बल्कि लगभग 100% Internet Users Cover होते हैं।इसलिए यदि आप Internet पर पैसा कमाना चाहते हैं, तो आपको English Blogging को ही महत्‍व देना होगा। हिन्‍दी में भी लिखिए, लेकिन उस स्थिति में ज्‍यादा पैसा कमाने की उम्‍मीद मत कीजिए। और हां! हमने आपको जो आंकडे बताए हैं, ये आंकडे हमने हमारी मर्जी से नहीं लिखे। यदि आप विभिन्‍न देशों के Users, उनके Internet Use करने के तरीके, विभिन्‍न देशों की Populations आदि विभिन्‍न प्रकार की Internet Status के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप भी internetworldstat.com नाम की Website पर जा सकते हैं। हमने ये सारी जानकारियां इसी Website से प्राप्‍त की हैं। तो अब इस पूरे Discussion का आप निम्‍न सारांश निकाल सकते हैं: 



 

 























 











 





   





 

   

    











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